
पंतनगर, उत्तराखंड। श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (एसआरएमयू) और टाटा मोटर्स लिमिटेड के बीच आज एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। इस MoU के तहत टाटा मोटर्स के प्रशिक्षुओं (Trainees) को ‘Earn and Learn मॉडल के अंतर्गत संचालित कौशल्या कार्यक्रम में तीन वर्षीय मेकाट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रदान किया जाएगा, जिसे यूजीसी और एआईसीटीई की स्वीकृति एवं मान्यता प्राप्त है।
इस अवसर पर एसआरएमयू की ओर से कुलपति प्रो. (डॉ.) विकास मिश्र तथा पॉलिटेक्निक एवं कॉरपोरेट प्रशिक्षण निदेशक एस० के० सिंह उपस्थित रहे। टाटा मोटर्स लिमिटेड की ओर से के सी एच आर ओ श्री सीताराम कांदी, जीएम कॉर्पोरेट स्किल डेवलपमेंट श्री मार्सेल फर्नांडेस, हेड प्लांट श्री महेश सुगुरु, एचआर हेड श्री विष्णु दत्त, तथा डीजीएम स्किल डेवलपमेंट श्री ऋतुराज मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
कुलपति प्रो. (डॉ.) विकास मिश्र ने इस अवसर पर टाटा मोटर्स के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, “हमें टाटा मोटर्स के साथ साझेदारी कर गर्व की अनुभूति हो रही है। यह सहयोग न केवल हमारे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें व्यवहारिक ज्ञान व उद्योग में प्रशिक्षण के माध्यम से करियर निर्माण के लिए सक्षम बनाएगा। हम आश्वस्त करते हैं कि हमारे शिक्षकगण और अकादमिक स्टाफ इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूर्ण समर्पण से कार्य करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम में छात्रों को सैद्धांतिक शिक्षा, प्रायोगिक ज्ञान एवं उद्योग में प्रशिक्षण तीनों का समन्वय मिलेगा, जिससे वे पूरी तरह से दक्ष और रोजगारोन्मुख बन सकेंगे। इस अवसर पर ई०. पंकज अग्रवाल, कुलाधिपति, एसआरएमयू ने कहा कि यह सहयोग भावी चुनौतियों के लिए उद्योग अनुरूप दक्ष कार्यबल तैयार करने की दिशा में एक सशक्त कदम है। एवं इं०. पूजा अग्रवाल, प्रो-कुलाधिपति, एसआरएमयू ने कहा कि शिक्षा, कौशल और अवसर के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने वाले इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर हमें गर्व है।
इस अवसर पर टाटा मोटर्स के प्लांट हेड ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा, “एसआरएमयू द्वारा दिए जा रहे सहयोग के लिए हम आभारी हैं। हमें विश्वास है कि यह कार्यक्रम हमारे प्रशिक्षुओं के समग्र विकास में सहायक सिद्ध होगा। टाटा मोटर्स की ओर से हम इस पहल में पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हैं।
यह पाठ्यक्रम एसआरएमयू परिसर में संचालित किया जाएगा, जिसमें विद्यार्थियों को कक्षा शिक्षण, प्रयोगशालाओं में प्रशिक्षण एवं टाटा मोटर्स के संयंत्रों में ऑन-जॉब ट्रेनिंग का अवसर मिलेगा।
यह समझौता उच्च शिक्षा और उद्योग के बीच एक सार्थक साझेदारी का प्रतीक है, जो देश के युवाओं को कुशल बनाकर उनके उज्जवल भविष्य की नींव रखेगा।











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